दंतेवाड़ा। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशानुसार राज्य में जनता की समस्याओं को समयबद्ध निराकरण करने, शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन, विकास कार्यों में गति लाने तथा जनप्रतिनिधियों और विभिन्न सामाजिक संगठनों से सीधा संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से महत्वाकांक्षी अभियान ’’सुशासन तिहार 2025’’ के तहत समाधान शिविरों का आज जिले में विधिवत आगाज हो गया। जिले के दंतेवाड़ा ग्राम पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत बालूद, मैलावाड़ा, गीदम अंतर्गत छिंदनार, और कटेकल्याण ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत टेटम में समाधान शिविरों की शुरुआत हुई। इन समाधान शिविरों में पूर्व में आवेदकों से प्राप्त उनके आवेदनों की स्थिति, उसके समाधान की जानकारी के साथ-साथ शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी जा रही है। साथ ही विभागों द्वारा अपने विभागीय योजनाओं के तहत उन्हें लाभान्वित भी किया जा रहा है।
बालूद समाधान शिविर में विधायक ने जल संरक्षण को लेकर ग्रामीणों को किया जागरूक
ग्राम पंचायत बालूद में आयोजित जिला स्तरीय समाधान शिविर में स्थानीय विधायक चैतराम अटामी ने जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य शासन द्वारा चलाए जा रहे जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ अब सीधे ग्रामीणों तक पहुँच रहा है। उन्होंने समाधान शिविर की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के शिविरों से जनता की समस्याओं का मौके पर समाधान हो रहा है, जिससे आने वाले समय में जिला समस्याओं से मुक्त होने की दिशा में अग्रसर है। अटामी ने कहा कि समाधान शिविर जैसे आयोजन उन ग्रामीणों के लिए अत्यंत उपयोगी हैं, जो किसी कारणवश जिला मुख्यालय तक नहीं पहुंच पाते।
शिविर में सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित होकर लोगों की मांग, शिकायत और समस्याओं को सुनकर उनका तत्काल निराकरण कर रहे हैं। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे इन शिविरों में भाग लेकर विभागीय योजनाओं की जानकारी लें और उनका भरपूर लाभ उठाएं। विधायक ने विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि बोरवेल के अत्यधिक उपयोग से जल स्तर में गिरावट आई है, ऐसे में ग्राम पंचायतों के माध्यम से खेतों में परंपरागत कुएं खोदने का प्रस्ताव आना चाहिए। यह न केवल जल संरक्षण की दिशा में अहम कदम होगा, बल्कि सतत कृषि के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। समाधान शिविर में ग्रामीणों की सहभागिता उत्साहजनक रही और बड़ी संख्या में लोगों ने आवेदन देकर अपनी समस्याओं को रखा।
अधिकांश मामलों का तत्काल निपटारा कर शेष समस्याओं को निर्धारित समय-सीमा में हल करने का आश्वासन अधिकारियों द्वारा दिया गया। इसके साथ ही विधायक ने शिविर में विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण भी किया। आज बालूद समाधान शिविर अन्तर्गत बालूद ग्राम पंचायत के अलावा चितालूर , टेकनार, बालपेट, पोन्दुम, जारम, और मटेनार के ग्रामीण भी उपस्थित रहे। यहा पूर्व में प्राप्त आवेदनों के अलावा ऐग्रीस्टॉक पंजीयन के तहत 04, आधार पंजीयन के तहत 17, पोस्ट ऑफिस में खाता खुलवाने के 09, प्रकरण, वोटर कार्ड अपडेट के तहत 03 इस प्रकार कुल 27 आवेदनों का मौके पर ही निराकरण किया गया। साथ ही जिला परिवहन विभाग द्वारा शिविर में लर्निंग लाइसेंस भी जारी किए गए।
942 आवेदनों का किया गया निराकरण
इस क्रम में आज कलेक्टर कुणाल दुदावत कटेकल्याण के ग्राम पंचायत टेटम में आयोजित समाधान शिविर में उपस्थित हुए। जहां उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और मौके पर कलेक्टर दुदावत ने ग्रामीण जनों को संबोधित करते हुए कहा कि “आपने जिन समस्याओं और मांगों को लेकर आवेदन किया था, उनका समाधान सुनिश्चित करने के लिए ही पूरा जिला प्रशासन आपके गांव आया है। शासन की योजनाओं का लाभ आपको समय पर और पारदर्शी तरीके से मिले, यही हमारी प्राथमिकता है।” इसके साथ ही सुशासन तिहार में प्राप्त सभी आवेदनों को प्राथमिकता के क्रम में स्वीकृत किया जाएगा और राज्य शासन स्तर वाले प्रकरणों को भेज कर निराकृत किए जाएगें।
जिला पंचायत सीईओ जयंत नाहटा ने इस मौके पर सभी स्वीकृत आवासों को शीघ्र अतिशीघ्र प्रारम्भ करने व पूर्ण करने का आग्रह सभी आवास हितग्राहियों से किया। उक्त समाधान शिविर में 20 विभागों से कुल 953 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें 942 मांग व 11 शिकायत थे, जिसमें 942 आवेदनों का निराकरण शिविर में किया गया, कृषि विभाग द्वारा 7 किसानों का कृषक पंजीयन व 3 किसानों का पीएम किसान योजना में पंजीयन किया गया, पीएचई द्वारा शिविर में प्राप्त आवेदनों का निराकरण करते हुए कुल 17 जगहों पर नए बोर खनन हेतु प्रशासकीय स्वीकृति दी गई, क्रेडा विभाग द्वारा भी आवेदनों का निराकरण करते हुए गुड़से में 3 हाई मास्क लाईट व टेटम में 1 हाई मास्क लाईट की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई, समाधान पेटी में पेंशन के 15 आवेदन प्राप्त हुए थे जिसमें से 7 आवेदनों को स्वीकृति प्रदान की गई, एवं 8 हितग्राहियों को जिन्हें पेंशन खाते में जा रही थी, लेकिन जानकारी नहीं थी उन्हें सूचित किया गया।